ट्रेन कोच के अलग अलग रंग एवं अलग अलग रंग की धारियां क्यों होती हैं?
भारतीय रेल में ट्रेन के डिब्बों (कोचों) पर अलग-अलग रंग और धारियां केवल सौंदर्य या सजावट के लिए नहीं होतीं, बल्कि उनके पीछे एक व्यवस्थित तर्क और कार्यात्मक उद्देश्य होता है। आइए इस विषय को विस्तार से समझते हैं: 1. कोच के रंग और उनका महत्व रेलवे के कोचों पर प्रयुक्त रंग, उनके उपयोग, श्रेणी और प्रकार को चिन्हित करने के लिए …जानिए पटरियों के साइड में क्यों लिखे होते हैं नंबर?
भारत में हर दिन लाखों लोग रेलवे में सफर करते हैं. कभी न कभी तो आपकी नजर चलती ट्रेन के साइड में लगे खंभों पर गई होगी. वहां एक नंबर लिखा रहता है. साथ ही दो स्टेशनों के बीच पटरी के बीच जो बिजली के खंभे लगे रहते हैं, उस पर भी कोई नंबर लिखा रहता है. आइए आपको बताते …भारत में रोज लाखों यात्री ट्रेन से सफर करते हैं। हजारों की संख्या में ट्रेनें चलती है। गरीब से लेकर अमीर तक ट्रेनों से सफर करता है। भारतीय रेल का नेटवर्क इतना बड़ा है कि उससे जुड़ी कई जानकारियों के बारे में लोग जानते भी नहीं है। भारत में हर दिन लगभग 22,593 ट्रेनें चलती हैं, जिसमें से 13,452 पैसेंजर …यात्रीगण कृप्या ध्यान दें! एक अक्टूबर से आपका रेलवे सफर काफी हद तक बदलने वाला है. रेलवे कई कई जोन ने अपने ट्रेनों के टाइम टेबल में बदलाव किए हैं. कई ट्रेनों की स्पीड में बढ़ोत्तरी हुई है. इससे सफर में काफी वक्त बचेगा. खासकर उत्तर प्रदेश से चलने वाली ट्रेनों के समय में बदलाव हुआ है. इसके अलावा कई …मध्य प्रदेश के रेल यात्रियों के लिए बड़ी खबर सामने आ रही है। पश्चिम मध्य रेल के इटारसी भोपाल रेलखण्ड के बीच पवारखेड़ा एवं जुझारपुर केबिन फ्लाईओवर अधोसरंचना कार्य के चलते नॉन इंटरलॉकिंग कार्य करने का निर्णय लिया गया है। इस कार्य के दौरान इस मार्ग पर चलने वाली पश्चिम मध्य रेल से सम्बंधित कुछ गाड़ियों को निरस्त करने एवं …