क्यों दुरंतो ट्रेन का रंग है हरा और पीला’ जानिए रेलवे से जुड़ी बेहद रोचक जानकारियां!

May 5, 2020, 10:05 AM
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राजधानी ट्रेन का नाम राजधानी क्यो पड़ा और शताब्दी ट्रेन को क्यो कहते हैं शताब्दी? ये भारतीय रेलवे से जुड़े तमाम ऐसी जानकारियां हैं जो शायद आपके काम की भले न हो लेकिन अगर आप भारतीय रेल के बारे में जानने की रुचि रखते हैं तो बेहद रोचक हो सकती हैं।

क्योरा डॉट कॉम पर भारतीय रेलवे को लेकर हो रही डिबेट में एक सज्जन ने बताया कि कैसे एक ट्रेन से ज्यादा वरीयता दूसरी को दी जाती है। साथ ही ट्रेन की स्पीड, रंग, नाम से जुड़े तमाम रोचक तथ्य सामने रखे।

1. राजधानी

1. रफ्तार- 140kmph और एवरेज 91 kmph

2. टाइप- सुपर फास्ट
3. कोच का रंग- लाल रंग जिसमें पीले रंग से सैंट्रल लाइन और सबसे ऊपर सिल्वर रंग (पुराने कोच)
लाल रंग सिल्वर लाइनिंग के साथ (नए कोच)
4. ट्रेन- 24 पेयर
5. खासियत- यह भारत की एलीट ट्रेन है जो आम यातायात के लिए इस्तेमाल होती है। पटरियों के आवंटन के मामले में भी सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है।
6. क्यों रखा गया है इसका नाम राजधानी- इसका नाम राजधानी इसलिए है क्योकि यह दिल्ली और बाकि प्रदेशों की राजधानी में ही चलती है।
7. कोच- इसमें सिर्फ AC कोच होते है। राजधानी में AC I, II, III होते है। AC I में 2-4 बर्थ और लॉकेबल कैबिन जैसी सुविधा होती है। AC II और AC III के कोच में पर्दे होते है।
8. कुछ कोच में फ्री वाई फाई की भी सुविधा है।
9. पहली ट्रेन- हावड़ा राजधानी
10. आवृत्ति- रोजाना या फिर एक हफ्ते में 2-3 बार
11. मूल्य निर्धारण- इस ट्रेन के टिकट सबसे मंहगे है। यहां तक की इसकी AC की टिकट फ्लाइट के इकॉलोमी क्लास के बराबर होती है।
12. उतराखण्ड, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरयाणा, राजस्थान, शिमला, आंध्रा प्रदेश, अरुणाचल प्रेश, गोवा, मनिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रीपुरा जैसे प्रदेशों में एक भी राजधानी नहीं है।
13. झारखण्ड, महाराष्ट्र, कर्नाटका, ओडिशा और असम में एक से ज्यादा राजधानी है।

Source – IndiaTV

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