भारत की सबसे तेज़ चलने वाली ट्रेन में बड़ी खामी पता चली है

January 10, 2019, 4:13 PM
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ट्रेन 18 को लेकर सरकार खूब प्रचार-प्रसार कर रही है. ट्रेन बनकर तैयार है और ट्रायल जारी हैं. ट्रेन को इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, चेन्नई में बनाया गया है. यह ट्रेन कई अल्ट्रा-मॉडर्न सुविधाओं से लैस है. इस ट्रेन ने स्पीड के मामले में राजधानी, शताब्दी, गतिमान एक्सप्रेस को भी पीछे छोड़ दिया है.

ट्रायल में ट्रेन 180 किलोमीटर के रफ़्तार से दौड़ती नज़र आई. सब कुछ बढ़िया होता जा रहा था फिर एक दिन अधिकारियों ने गौर किया कि बाकी सब कुछ तो ठीक है, ट्रेन में खाना रखने के लिए जगह नहीं है. यदि ट्रेन लंबी रूट पर चले तो पैसेंजर अपना खाना कहां रखेंगे और कहां खाएंगे.

मौजूदा वक़्त में लंबी रूट की ट्रेनों में खाने को लेकर कोच के दोनों ओर जगह बनी होती है. ट्रेन 18 में इतनी कम जगह थी कि खाना रखने को जगह ही नहीं बनी. ऑफिसर ने बताया कि खाने को लिए अब टॉयलेट के नज़दीक या फिर दरवाजे के करीब जगह बनानी पड़ सकती है.

इंडियन एक्सप्रेस के एक रिपोर्ट के मुताबिक IRCTC ने भी ट्रेन में फूड लोडिंग कैपिसिटी को लेकर कहा है कि ट्रेन 18 की कैपिसिटी शताब्दी ट्रेनों की तुलना में एक तिहाई कम है. मामले को लेकर रेलवे बोर्ड ने IRCTC को बताया कि इसे ठीक कर लिया जाएगा. इसके लिए दो सीट हटाई जा सकती हैं. IRCTC चाहती है कि ट्रेन 18 में गतिमान एक्सप्रेस की तरह ही फूड स्टोर को लेकर जगह हो और ट्रॉली के जरिए आसानी से खाना सर्व किया जा सके.

ट्रेन को दिसंबर के आखिर में लॉन्च किया जाना था लेकिन कई कारणों से ऐसा नहीं हो सका है. अब ऐसा लग रहा है कि ट्रेन 18 को दौड़ने में अभी और वक़्त लग सकता है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि रेलवे ट्रेन 18 को दिल्ली-बनारस के बीच चलाना चाहती है और इस रूट के ट्रैक में कई जगह तकनीकी दिक्क्तें आ रही हैं. इसके साथ ही रेल मंत्रालय ने अभी तक आधिकारिक तौर पर ट्रेन लॉन्च करने की तारीख नहीं बताई है.

एक्सप्रेस की ही रिपोर्ट के मुताबिक ट्रेन को लेकर एक और पेच फंस रहा है. पेच है पावर क्लीयरेंस को लेकर. किसी भी नई ट्रेन की फुल लॉन्चिंग से पहले EIG बोले तो सरकारी इलेक्ट्रिकल इंस्पेक्टर से क्लीयरेंस की जरूरत होती है. इस मामले को चीफ कमिशनर ऑफ रेलवे सेफ्टी (CCRS) ने सेफ्टी सर्टिफिकेट देने से पहले उठाया है. रेल मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया है कि ट्रेन को विभाग से सारी हरी झंडियां मिलने के बाद ही लॉन्च किया जाएगा.

Source – The Lallan Top

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