रेलवे के टीटीई को आज भी मिल रही है अंग्रेजों की दी ये सजा!

January 23, 2019, 4:35 PM
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दो दिन बाद देश 70वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है. इस दिन आज़ादी मिलने की खुशी में जगह-जगह झंडा फहराया जाएगा, प्रभातफेरी निकाली जाएंगी. लेकिन इस सबके बावजूद ट्रेन में आपकी टिकट चेक करने वाले टीटीई अंग्रेजों की दी सजा को ढो रहे होंगे. 87 साल बाद भी उन्हें अंग्रेजों की दी इस सजा से छुटकारा नहीं मिला है.

कुछ समय पहले रेल मंत्रालय ने जरूर एक कमेटी बनाकर इस मामले की रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं. सभी रेल यूनियन कई वर्षों से इस अंग्रेजी फरमान को हटाने की मांग कर रही हैं.

इसलिए टीटीई से खफा हुए थे अंग्रेज

रेलवे में टिकट चेकर के पद से रिटायर्ड और यूनियन के पदाधिकारी रहे एनके अब्बास बताते हैं, “आजादी की लड़ाई में क्रांतिकारियों को ट्रेन में बर्थ देने, सूचनाएं देने और सहयोग करने के आरोप में अंग्रेजी हुकूमत ने 1931 में टिकट चेकिंग स्टाफ को रनिंग स्टाफ की कैटेगिरी से बाहर कर दिया था. उनसे आर्थिक भत्ते और अन्य सुविधाएं छीन ली गईं थी. यहां तक की रनिंग रूम में खाना बनाने की सुविधा भी नहीं दी जा रही थी. लेकिन बंटवारे के बाद 1962 में पकिस्तान और 2004 में बांग्लादेश ने अपने टिकट चेकिंग स्टाफ को रनिंग स्टाफ का दर्जा दे दिया.”

35 हज़ार टिकट चेकिंग स्टाफ को मिलेगा फायदा

रेलवे बोर्ड ने देश के 35 हजार से अधिक टिकट चैकिंग स्टाफ की मांग को मानने का निर्णय लिया है. तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी अपनी रिपोर्ट देगी, जिसके बाद टिकट चैकिंग स्टाफ को रनिंग स्टाफ का दर्जा दिया जायेगा. रेलवे बोर्ड के इस निर्णय से 35 हजार रनिंग स्टाफ को फायदा होगा. रेलवे बोर्ड ने नवंबर 2018 में तीन वरिष्ठ अधिकारियों एडिशनल मेंबर, कॉमर्शियल, एडिशनल मेंबर, स्टाफ व पीईडी, फाइनेंस की कमेटी बनाई है.

अभी इन्हें मिलती है रनिंग स्टाफ की सुविधा

जानकारों की मानें तो लोको पायलट, सहायक लोको पायलट व गार्ड अभी रेलवे की ओर से रनिंग स्टाफ का दर्जा दिया जा रहा है. टीटीई को रनिंग स्टाफ के लाभ नहीं दिए जा रहे हैं. पायलट व गार्ड की तर्ज पर टिकट चेकिंग स्टाफ भी ट्रेन में ड्यूटी करता है. इसी के चलते ये मांग की जा रही है.

निंग स्टाफ घोषित होते ही मिलेंगी ये सुविधा

– लोको पायलट-गार्ड की तरह बेसिक वेतन का 30 फीसदी अधिक मिलेगा.

– ओवर टाइम मिलना शुरु हो जाएगा.

– गार्ड-ड्राईवर की ही तरह अधिक पेंशन मिलेगी. गार्ड-ड्राइवर को 8000 रुपये तक अधिक पेंशन मिलती है.

– ड्राइवर-गार्ड की तरह ही वातानुकूलित रेस्ट रूम, खाना बनाने के लिए कुक, समय पर जगाने के लिए कॉलमैन आदि की सुविधाएं मिल सकती हैं.

Source – News 18

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