रेल हादसों को रोकने के लिए अब ड्रोन से रखी जाएगी नजर

January 9, 2018, 2:25 PM
Share

ड्रोन की सहायता से पटरियों की देखरेख भी की जाएगी साथ ही निर्माण कार्य, ट्रेनों के परिचालन और महत्‍वपूर्ण कार्यों की गतिविधियों की भी जानकारी जुटाई जाएगी

रेलवे परियोजनाओं की निगरानी अब ड्रोन से की जाएगी. भीड़ को संभालने और सभी मंडलों में रख-रखाव कार्यों पर नजर रखने के लिए भी इसकी मदद ली जाएगी.

वर्ष 2017 में रेल हादसों में बढ़ोतरी को देखते हुए रेलवे ने पटरियों की निगरानी ड्रोन से कराने का फैसला लिया है. ड्रोन की सहायता से न केवल पटरियों की देखरेख की जाएगी बल्कि निर्माण कार्य, ट्रेनों के परिचालन और महत्‍वपूर्ण कार्यों की गतिविधियों की भी जानकारी जुटाई जाएगी.

Indian Railways to deploy drone cameras in all its Zones/Divisions to enhance safety & efficiency in train operations. Under this initiative, West Central Railways with headquarter at Jabalpur, Madhya Pradesh becomes the first Zonal Railway to procure Drone cameras.

रेलवे ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा है कि रेलवे की विभिन्न गतिविधियों, खासकर परियोजनाओं की निगरानी और पटरियों के साथ-साथ रेलवे की आधारभूत संरचनाओं के रख-रखाव के लिए यूएवी एनईटीआरए का इस्तेमाल होगा.

बयान में कहा गया है कि मंडल रेलवे को ऐसे कैमरे की खरीद के लिए निर्देश दिए गए हैं. यह ट्रेन परिचालन में सुरक्षा और दक्षता बढ़ाने में तकनीक के इस्तेमाल की रेलवे की आकांक्षा के अनुरूप है.

View image on Twitter

रेलवे द्वारा किये जा रहे निर्माण कार्य की निगरानी, ट्रेन परिचालन तथा स्टेशन प्रबंधन के लिये ड्रोन का उपयोग किया जायेगा, इसके द्वारा 200 मीटर ऊंचाई से 4 किमी तक के क्षेत्र पर नजर रखी जा सकेगी।

मानव रहित यूएवी का इस्तेमाल नॉन इंटरलॉकिंग कार्यों, त्योहारों के दौरान भीड़ को संभालने, कबाड़ स्क्रैप की पहचान और स्टेशन यार्ड के हवाई सर्वेक्षण में भी होगा. पटरियों की सुरक्षा और रख-रखाव संबंधी सूचनाओं में भी यह उपयोगी होगा.

Source – First Post

Share

This entry was posted in Rail Development, Public Facilities